देहरादून। प्रबन्ध निदेशक महोदय पिटकुल पीसी ध्यानी द्वारा 132 केवी बिंदाल पुरुकुल लाईन में अंडर ग्राउंड केबलिंग कार्य का औचक निरीक्षण किया गया। पिटकुल के अधिकारियों और कार्यदायी संस्था मैसर्स डेल्ही पॉवर टेक्नोलॉजी को केबल ज्वाइनिंग हेतु अतिरिक्त दक्ष मानव शक्ति और मशीनरी की व्यवस्था कर लाईन को 30 मई 2025 तक ऊर्जीकृत करने हेतु निर्देशित किया गया। परियोजना क्रियान्वयन के अधिकारियों को समस्त वैधानिक स्वीकृतियां, विद्युत निरीक्षक का प्रमाण पत्र आदि प्राप्त करने और लाईन के समरेखण में पड़ने वाले पेड़ों की शाखाओं और झाड़ियों की कटाई व छटाई ऊर्जीकरण से पूर्व सम्पादित करने हेतु निर्देशित किया।
कार्य को लक्षित समय में पूर्ण करने के लिए दैनिक आधार पर परिकल्पन समन्वय, निर्माण और अनवरत अनुश्रवण के लिए आशुतोष सिंह, अधिशासी अभियन्ता को निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान निदेशक (परिचालन) जी.एस. बुदियाल, अधीक्षण अभियंता पंकज चौहान, अधिशासी अभियन्ता आशुतोष सिंह, दीपक कुमार और राजेश गुप्ता मौजूद थे।
132 केवी बिंदाल पुरुकुल लाईन का निर्माण 132 केवी उपसंस्थान, बिंदाल को बैक अप आपूर्ति प्रदान करने, सेना के महत्वपूर्ण अधिष्ठानों, कैंटोनमेंट एरिया, मुख्यमंत्री व राज्यपाल आवास सहित उनसे सम्बन्धित सचिवालय परिसर को आपूर्ति देने और आकस्मिक स्थिति में राजधानी क्षेत्र में उच्च विभव की लाईनों के ब्रेकडाउन अटेंड करने हेतु आवश्यक शटडाऊन प्राप्त करने हेतु अत्यन्त आवश्यक है!
इसके साथ ही प्रबंध निदेशक द्वारा 132 केवी जीआईएस उपसंस्थान आराघर का भी औचक निरीक्षण किया l निरीक्षण के दौरान अवर अभियंता एवं सहायक अभियंता तथा कॉन्ट्रेक्टर के साईट इंजीनियर मौके पर पहुंचे गए थे किन्तु सम्बन्धित अधिशासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता एवं मुख्य अभियंता नदारद मिले, जिस पर प्रबंध निदेशक द्वारा अपनी घोर अप्रसन्नता व्यक्त की गयी l इसपर प्रबंध निदेशक द्वारा अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया गया की कल से प्रथम पाली में कारपोरेशन के मुख्यालय विद्युत भवन की अपेक्षा निर्माणाधीन 220 केवी उपकेंद्र, झाझरा तथा अपराह्न में 132 केवी जी आई एस उपकेंद्र आराघर पर बैठेंगे l इसके साथ ही प्रबंध निदेशक द्वारा संबंधित मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता को उक्त दोनों परियोजनाओं का कार्य दिसंबर 2025 तक पूर्ण करने की कार्य योजना के साथ मिलने के निर्देश प्रदान किये गए हैं l