देहरादून।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बहुत ही सराहनीय निर्णय लिया है , वैसे तो त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने मुख्यमंत्री रहते हुए जनहित व राज्य हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए थे जिनमे गैरसैण ग्रीष्मकालीन राजधानी हो या देवस्थानम बोर्ड का गठन हो सभी ऐतिहासिक निर्णय थे।
वर्तमान में पूर्व सीएम रावत ने मानव हित में निर्णय लेते हुए रक्तदान से एक कदम और आगे है नेत्रदान और अंगदान करने का फैसला किया है। पूर्व सीएम रावत ने कहा कि मृत्यु के पश्चात नश्वर शरीर को पंचतत्वों में मिल जाता है। ऐंसे में जाते-जाते भी नेत्रदान और अंगदान करके कुछ लोगों के जीवन में नए रंग और खुशियां भरना एक पुनीत कार्य किया जाना ही उचित है।
इसीलिए आज पूर्व मुख्यमंत्री ने “दधीचि देहदान समिति, देहरादून उत्तराखंड” के माध्यम से अपनी दोनों सुपुत्रियों कु. कृति और कु. श्रीजा रावत के साथ नेत्रदान और अंगदान का संकल्प लिया है।
रावत ने आशा व्यक्त की है कि कुछ अन्य लोग भी इसके लिए आगे आयेंगे।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष डॉक्टर मुकेश गोयल और अधिवक्ता नीरज पाण्डे भी उपस्थित थे।